यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से खुदरा निवेशकों के बढ़े हुए भरोसे और शेयर बाजार के मजबूत प्रदर्शन के चलते हुई.
सेबी ने इस सिलसिले में एक सुर्कलर जारी कर कहा कि बदला हुआ फॉर्मेट 1 अप्रैल, 2024 से लागू होगा
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने निवेश से जुड़े शुल्क में बदलाव का किया प्रस्ताव
बढ़ती ब्याज दरों के दौर में क्या डेट फंड में लगाएं दांव? पोर्टफोलियो में डेट और इक्विटी फंड की कितनी हिस्सेदारी रखें? शेयर बाजार की गिरावट में क्या SIP में करना चाहिए बदलाव? Mutual Fund Investment से जुड़ी हर बात समझिए Hemant Rustagi, CEO, Wiseinvestment Pvt Limited.
विभिन्न एसेट में निवेश होने से जोखिम कम होने के कारण मल्टी एसेट की कैटेगरी ने अन्य फंड्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है.
म्यूचुअल फंड के निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन आपको एक आम निवेशक नहीं, बल्कि स्मार्ट निवेशक बनना चाहिए, और अपनी पूंजी बढ़ानी चाहिए
आपको अपने म्यूचुअल फंड निवेश के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए उसके रिटर्न के अलावा दूसरे पहलुओं को भी अच्छी तरह से चेक करना चाहिए.
एसेट एलोकेशन और डाइवर्सिफिकेशन की फिलॉसफी के आधार पर काम करते हाइब्रिड फंड नए निवेशकों के लिए अच्छा एंट्री पॉइंट बन सकता है.
रिटर्न के मामले में स्मॉल-कैप सबसे आगे हैं, इसी कारण निवेशक इसमें पैसा लगाने को तैयार हैं. जहां रिटर्न ज्यादा है, वहां रिस्क भी ज्यादा होता है.
कुछ उच्च रेटिंग वाले डिविडेंड यील्ड फंड्स का पिछले 5 साल का रिटर्न 11% से 17% के बीच है, वहीं 3 साल का रिटर्न 16% से 22% के बीच है.